गलत भी सही की
परिभाषा बन जाता है जब सही मायने में गलत को बयां कर पाता है!
#काव्याक्षरा
शायर हूंँ मनमौजी नहीं! लेखिका हूँ पर गुम भी नहीं! मेरी शख़्सियत मेरे उसूलों की नज़ीर है! मेरे ज़हन की गहराई बेनज़ीर है!
गलत भी सही की
परिभाषा बन जाता है जब सही मायने में गलत को बयां कर पाता है!
#काव्याक्षरा